love shayari: जानते हो सब फिर भी अंजान बनते हो,

love Shayari in Hindi   जानते हो सब फिर भी अंजान बनते हो,इस तरह क्यों हमें परेशान करते हो,पूछते हो तुम्हें क्या-क्या पंसद है,जवाब खुद हो फिर भी सवाल करते…

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